मेरे शिशु के पिता मुझे गर्भावस्था के दौरान और जन्म पर किस तरह से सहयोग कर सकते हैं
गर्भावस्था के दौरान आपके शिशु के पिता का आपकी देखभाल करना आपके शारीरिक एवं भावुक स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा है. उन्हें ये सुनिश्चित करना चाहिए की आपके कार्य में आपको सहयोग मिले. यदि वो आपके काम में आपका सहयोग ना कर सकें तो उन्हें किसी और को आपके सहयोग के लिए निर्धारित करना चाहिए. वो ये भी सुनिश्चित कर सकते हैं की आप पौष्टिक आहार का सेवन करें और शिशु के जन्म की पूर्व की जांच के लिए जाएँ. उन्हें भी एच आई वि सहित अन्य यौन सम्बंधित संक्रमणों की जांच करवानी चाहिए. यदि वो एच आई वि से संक्रमित हैं तो उन्हें यौन सम्बन्ध के समय कंडोम का उपयोग करना चाहिए.
आपके शिशु के पिता गर्भावस्था के दौरान और जन्म पर इस तरह से सहयोग कर सकते हैं:
यदि वो शिशु के जन्म के दौरान आपके साथ हैं तो वो आपको भावुक और शारीरिक सहयोग दे सकते हैं. वो आपको प्रोत्साहित कर सकते हैं और बता सकते हैं की आप अच्छा कर रही हैं. वो आपको पेयजल दे सकते हैं, आपको संकुचन के समय चलने और बैठने में सहयोग कर सकते हैं और आपके पीठ की मालिश कर सकते हैं.
आप अपने शिशु के पिता को बताएं कि जन्म के उपरान्त के छह हफ्ते महिला को फिर से सबल और स्वस्थ अनुभव कराने के लिए बहुत महत्वपूर्ण समय है. इस समय के दौरान आपको पौष्टिक आहार और पर्याप्त आराम की आवश्यकता है. वो आपके कुछ कार्य स्वयं करके आपको आराम करने में सहयोग कर सकते हैं जैसे कि पानी या जलाने के लिए लकड़ियाँ लाना, दुसरे शिशुओं कि देखभाल करना या खाना बनाना. यदि वो आपका सहयोग ना कर सकें तो वो किसी और को आपके सहयोग के लिए सुनिश्चित कर सकते हैं.
यदि आपके शिशु के पिता शिशु कि देखभाल के लिए समय निकालते हैं तो आपको सोने के लिए अवसर मिलेगा और वो भी स्वयं को नवजात शिशु के समीप महसूस करेंगे.
आपके गर्भ को संक्रमण से बचाने के लिए उन्हें पता होना चाहिए कि जब तक रक्तस्त्राव नहीं रुके तब तक यौन सम्बन्ध स्थापित ना करें.
अंत में, महिलाओं और शिशु के स्वास्थ्य के लिए गर्भावस्था के बीच में २ सालों का अंतराल होना चाहिए. एक बहुत महत्वपूर्ण सहयोग आपके शिशु के पिता परिवार नियोजन के अभ्यास से कर सकते हैं. इस बारे मैं विचार करें और आपसी सहमति से इसकी विधि को निर्धारित करें. फिर उसके उपयोग के उत्तरदायित्व को साथ में निभाए.