अक्षमता के बारे में गलत विचार क्या हैं
लगभग हर १० में से १ महिला को कुछ अक्षमता है जो उसकी दैनिक जीवन को प्रभावित करती है । इनको चलने, उठने, देखने, सुनने और मस्तिष्क के प्रयोग में परेशानी हो सकती है।
इस अध्याय में हम 'अक्षम महिला' की अपेक्षा 'अक्षमता प्रभावित महिला' शब्द का प्रयोग करेंगे. ऐसा करने के पीछे हमारी मंशा लोगों को जागरूक करने की है - हालांकि अक्षमता महिला के कार्यों में बाधक हो सकती है परन्तु अन्य अर्थों में वह हर तरह से अन्य महिलाओं के समान है । वह प्रथमतः महिला है ।
एक महिला की अक्षमता के कारण चाहे जो रहे हों, वह अन्य सक्षम महिलाओं के समान उत्पादक हो सकती है । उसको सिर्फ उन अवसरों की आवश्यकता है जो उसके कौशलों को पूर्ण रूप से विकसित कर सकें ।
स्थानीय रीति-रिवाज और मान्यतायें अक्सर लोगों को अक्षमता के विषय में त्रुटिपूर्ण विचार देते हैं । उदाहरणतः लोग ये सोच सकते हैं कि एक महिला की अक्षमता के पीछे उसके पूर्व जन्म के पाप हैं और इसलिये वह प्रताड़ित है । या वे यह सोच सकते हैं कि अक्षमता संक्रामक है, इसतिये वह उसके निकट जाने से घबराते हैं । एक व्यक्ति के दोषपूर्ण कार्य अक्षमता के कारक नहीं हैं।