अगर मैं हा बुरुली घाव ले संक्रमित होगे हवं त मैं परभावी रुप ले खुदे अपन देकभाल कइसे कर सकत हवं?
जब तुंहर घाव ठीक होथे, त ओ मेर दाग बन सकत हे। अउ अइसन दाग कइ महीना तक रही सकथे।
एहा गाढ़ा, चिपचिप ले या फेर छोटकू तको हो सकत हे। जब चमड़ी ह मोट्ठा हो जाथे, त दाग उपर पट्टी बांध देना चाही, ताकि धिर लगाके एहा ठीक हो सके। जब चमड़ी छोटकन हो जाथे त एला धिर लगाके खिंचना चाही। अगर चमड़ी ह सूखा जाथे, ता दाग-धब्बा के इलाज बर खाए के तेल या फेर हाइडरेटिंग किरीम ला बउरना चाही। मक्खन या फेर जानवर के वसा ला झन बउरव! एहा कीरा-मकोरा अउ मुसुवा ल आकरसित करथे।
गरम सेंक दे ले भी बने होए म तेजी आथे। तुमन गरम पानी वाला बोतल ले सकत हव, लेकिन एहा अब्बड़ जादा तात झन होए। दाग वाले जगह म कुनकुना पानी लेवव अउ धिर लगाके सिंकाइ करव। जियादा बड़े दाग ले बिकृति पइदा हो सकत हे, या फेर तुंहर परभावित अंग ल हिलाए-डुलाए म तकलीफ हो सकत हे।
अइसन म तुमन ल फिजियोथेरेपी के सहारा ले बर पड़ सकत हे, ताकि तुमन अपन अंग ल हिला-डुला सकव। फिजियोथेरपी करवइया या फेर डाक्टर ह तुमन ला परभावित अंग ला उठाए के व्यायाम सिखा सकत हे। ए सबो व्यायाम ल तुरते सुरु करना चाही, अउ बार-बार करना चाही। अइसन करके तुमन परभावित अंग के कड़ापन, हिलाए-डुलाए होए वाले तकलीफ अउ बिकलांगता ल रोक सकत हव। अगर तुमन ल अल्सर या घाव हे त अपन सरीर के परभावित अंग ल धिर लगाके हिलाना-डुलाना चाही। अगर तुंहर हाथ या फेर बाँह म सूजन हे त अपन हाथ जतका बार उपर-नीचे कर सकथव, करना चाही। अपन हाथ ल, अपन मुड़ी के उपर ले जावव, फेर एला बंद करव अउ खोलव, अइसन छै घांव ले करना हे। हररोज इही व्यायाम ल करना चाही। अगर तुंहर गोड़ म सूजन हे त रात कन सोए के बेरा अपन गोड़ ल उठा के रखना चाही। उठाए हालत म: अपन गोड़ ल जतका हो सके अपन डहार रखव अउ फेर जतका हो सके आगु डहार रखव। ए व्यायाम ल दिन म छै घांव ले करना चाही। तुमन ल अब्बड़ दिन तक अपन देकभाल करे के जरुवत पड़ही अउ साथे-साथ व्यायाम घलोक करे ल लगही।
आखिर म बहुत अकन मरीजमन कोनो स्वयं-सहायता समूह म सामिल हो सकत हें। जिहां, तुमन एक-दूसर संग मिलजुर के अपन देकभाल करे के बारे म एक-दूसर संग सलाह-मसविरा कर सकत हव।