अगर मोर मन म आत्महत्या के खियाल हे त मोला दूसर मनखे संग काबर सहयोग लेना चाही?
हमर मानसिक स्वास्थ्य बर मजगुत सामाजिक सहायता अउ मजगुत रिस्ता अब्बड़ जरूरी होथे। जेन मन आत्महत्या करथें, ओमन अकसर अकेल्लापन महसूस करथें। हो सकत हे तुंहर तिर कोनो साथी, परिवार अउ अब्बड़ अकन संगी-साथी होही, लेकिन तभोच ले तुमन एकदमहेच अकेल्ला महसूस करत होहु। अगर तुंहर मन म आत्मघाती बिचार अथे त तुमन ये सोंच सकत हव के कोनो भी तुंहर बात ल नइ समझ सके या तुंहर मदद करे ल नइ सकय। लेकिन तुमन पूरा तरीका ले गलत हव।
अइसन म तुमन ल दूसर मन संग मेलजोल बढ़ाना चाही। दूसर माईलोगन ले मिले ले तुमन ल नवा ताकत मिलही, जेखर ले तुमन ल अपन रोजदिन के समसिया ले निपटे म सहायता मिल सकत हे। ए दुनिया अब्बड़ छोटकुन हे। एक-दूसर ले गोठियाए ले, तुमन ल पता चलही के कई लोगन अइसन हें जेन मन एके परकार के समसिया ले पीड़ित हें। एखर ले तुमन ल अपन बोझ कम करे म मदद मिलही अउ समसिया के मूल कारन के पहचान करे म घलोक मदद मिलही।
एखर अलावा, कोनो समूह म या दूसर माईलोगन के साथ गोठियाए ले अपन समसिया के हल निकाले बर आसानी हो जथे। कोनो दूसर माईलोगन करा तुंहर समसिया हल हो सकत हे। हो सकत हे के तुमन ओखर बारे म सोंचत नइ रेहे होहु।
कभु-कभु माईलोगन अपन भाउना ल लुकाथें (या फेर ओमन ल एखर बारे म कुछु पता नइ चल पाए), एखर कारन उंखर ये सोंच हो सकत हे के उंखर भाउना खराप, खतरनाक अउ सरमनाक हें। दूसर मनखे संग एखर बारे म गोठियाए ले, कोनो महिला अपन भाउना के बारे म समझ सकत हे। दूसर माईलोगन तुमन ल कोनो समसिया के हल के बारे बता सकत हें, ताकि तुमन बिन सोचे-समझे ताव म आके कोनो कदम झन उठा लेवव। एला भाउनात्मक सहायता कहिथें, अगर तुमन आत्मघाती सोंच रखथव त एखर ले तुमन ल अब्बड़ सहायता मिल सकत हे।