अगर मोर मन म आत्महत्या के बिचार हे त मोला कोनो डाक्टर या स्वास्थ्य कारकरता संग काबर मिलना चाही?
अउसाद के इलाज नइ होना, आत्महत्या के परमुख कारन म ले एक हे। इहां तक के अइसे घटना जेन पहिली नजर म खुसी लथे - जइसे लईका के जनम होना, या नवा नउकरी लगना – तको तनाव ले भरे हो सकत हे। जेखर ले अउसाद हो सकत हे। उदाहरन बर, जचकी के बाद होवइया अउसाद आम बात होथे। हर पांच म ले एकझन महिला, एखर ले पीड़ित होथे। कईझन ल एखर बारे म पता घलोक नइ चलय।
दिमाग म रसायन के असंतुलन के कारन अउसाद होथे। ए हर एकठन बीमारी हे। एखरे सेती तुमन ल कभु एखर कारन खुद ल दोसी नइ मानना चाही।
अगर तुमन ल आत्महत्या के बिचार आवत, दु हफ्ता या एखर जादा बेरा होगे हे त, हो सकत हे के तुमन ल अउसाद होगे हे अउ तुमन ल एखर इलाज कराए बर पड़ही। अइसन म किरपा करके कोनो मनोबैगियानिक डाक्टर संग मिलव, ताकि ओ हर तुंहर जांच कर सकय। कई परकार के दवई-गोली अउ मनोबैगियानिक सलाह ले अउसाद ल ठीक करे जा सकत हे।