अगर मोला आत्महत्या के बिचार अथे त मोला ताव म आके कोनो कदम काबर नइ उठाना चाही?

From Audiopedia - Accessible Learning for All
Jump to: navigation, search

कईठन आत्महत्या या ओखर परयास, ताव म करे जथे। अगर अपन ए कदम के बारे म सोंच-बिचार के फइसला ले रहितिन, त ओमन खुदेच ल मारे के कोसिस नइ करतिन। अइसन सोंच के देखव के, अगर अगला 24 घंटा या अगला हफ्ता तक ले तुंहर स्थिति हर बेहतर हो जाही त का होही? का तुमन ल कोनो खुसी के आनंद ले बर जिंदा नइ रेहे ल सके के अफसोस होही?

खुदेच ल थोड़कन दूरिहा रख के देखव। खुद ल कहव, \"मैं हा कुछु भी कदम उठाए के पहिली 24 घंटा या एक हफ्ता अउ इंतजार करहूं।\" अपन आत्मघाती बिचार अउ वास्तविक काम करे के बीच म थोड़कन दूरी बना लेवव, भलकुन अइसन दूरी हा सिरिफ 24 घंटा बर रहय।


अगर तुंहर घर म आत्महत्या के कोनो साधन (जइसे कोनो जहर या बंदूक) मउजूद हे, त ओखर ले छुटकारा पावव। अइसन सामान ल कोनो संगी-साथी ल दे देवव। अइसन सामान तुंहर ले अगला 24 घंटा तक दुरिहा होना चाही, जिहां तक तुंहर पहुंच न हो सके। तुमन अपन संगी ल कहि सकत हव, के चाहे कुछु भी हो जाए, ए समान ल मोला झन देहु। ए दउरान, कोनो भी अइसन खतरनाक इलाका (जइसे कोनो गहिरा खाई, उंचा मकान या पुल, रेल के पटरी आदि) म झन जहू, जिहां तुमन ताव म आके कोनो गलत कदम उठा डालहू।

जब कभु तुमन ल आत्महत्या करे के मन होत होही, त दारू झन पीहु या कोनो परकार के नसीला दवई ल झन खाहु। हो सकत हे ये हर राहत पाए के झटकुन तरीका होही, लेकिन दारू अउ नसीला जिनिस हर तुंहर ताव ल बढ़ा देही अउ तुमन एखर उपर ले अपन नियंतरन खो बइठहू, अउ कोनो खतरा म पड़ जहू।

Sources
  • Audiopedia ID: hne_28_14