अन्य महिलाओं के साथ मिलना-जुलना आपकी मदद कर सकता है:
समर्थन मिलने में: मानसिक स्वास्थ्य समस्यायें अक्सर एक महिला की ऊर्जा खत्म कर देती हैं और उसे हतोत्साहित करती हैं। आपस में मिलना-जुलना एक महिला को और अधिक ऊर्जा दे सकती है, जो उसके दैनिक समस्याओं से निपटने में मदद करता है।
भावनाओं को समझने में: कभी कभी महिलायें अपनी भावनाओं को छिपाती हैं (या उन्हें अपनी भावनाओं का एहसास भी नहीं होता है), क्योंकि उन्हें लगता है कि भावनायें बुरी हैं, खतरनाक हैं, या शर्मनाक हैं। दूसरों की भावनाओं के बारे में सुन कर, उसे अपनी खुद की भावनाओं का आभाश हो सकता है।
आवेगी प्रतिक्रियाओं को नियंत्रणित करने में: समूह के सदस्य में एक महिला को उसकी समस्या पूरी तरह समझने में मदद कर सकते हैं, जिससे वह बिना सोचे-समझे, आवेग वश प्रतिक्रिया से बचे।
मूल कारणों को समझने में: एक साथ बात करके, महिलाओं को एहसास होता है कि उनमें से कई महिलायें एक ही प्रकार की समस्याओं से ग्रस्त हैं। इससे उन्हें समस्या के मूल कारणों को समझने में मदद मिलती है।
समाधान की चर्चा करने में: वे समाधान जिनकी एक समूह में चर्चा होती हैं अक्सर ज्यादा आसानी से स्वीकार और इस्तेमाल किए जाते हैं बजाय उनके जो कि एक महिला की खुद की सोच तक सिमित है।
सामूहिक शक्ति का विकास करने में: एक साथ काम कर रही महिलायें एक अकेली महिला की तुलना में अधिक शक्तिशाली होती हैं।
Sources
Burns, A. A., Niemann, S., Lovich, R., Maxwell, J., & Shapiro, K. (2014). Where women have no doctor: A health guide for women. Hesperian Foundation.