एचआईवी का होथे?
एचआईवी के पूरा नाव (ह्यूमन इम्युनोडेफिशिएंसी वायरस) होथे। ये ह एकठन अब्बड़ छोटकन रोगानु होथे, जेला वायरस कहिथें। एला आपमन देख नइ सकव। जेन मनखे एचआईवी ले संकरमित हो जाथे, ओला बाद म एड्स (एक्वायर्ड इम्यून डेफिशिएंसी सिंड्रोम) रोग हो सकत हे।
जब कोनो मनखे एचआईवी ले संकरमित हो जाथे, त एखर वायरस ह प्रतिरछा परनाली म हमला करथे। प्रतिरछा परनाली, हमर सरीर के ओ हिस्सा हे जेन संकरमन संग लड़थे। धिर-धिर एचआईवी के वायरस ह प्रतिरछा परनाली के कोसिका मन ल खतम करे बर लगथे। जादातर लोगन, एखर ले संकरमित होए के 5-10 बरस तक ले बीमार नइ पड़एं। लेकिन आखिर म प्रतिरछा परनाली ह एक संकरमन संग नइ लड़ सकय। काबर एच.आई.वी. ह कोई ल बीमार करब मा कई बछर लगाथे,एचआईवी के संकरमित मनखे, अपन आप ल स्वस्थ मानथे, काबर के उनला पता नइ रहे के उनला ये बीमारी हे।
जरुरी बात: भले ही आपमन स्वस्थ दिखव अउ महसूस करव, एचआईवी के संकरमन दूसर मनखे तक घलो फइल सकथे। आपमन कोनो मनखे ल देख नइ बता सकव के ओला एचआईवी हे के नइ। खाली डाक्टरी परीक्षन के जरिए एखर पता लगाए जा सकत हे।