कइसन परकार के चेतावनी संकेत ल मोला धियान देना चाही?
खुद लअइसन सवाल पूछव: जब तुमन कोनो दूसर लोगन ल देखथव, त का ओ हर जलथे या तुंहरउपर लबारी मारे के आरोप लगाथे? अगर ओखर जलन ल दुरिहाकरे बर तुमन अपन बेवहार ल बदलथव, त एखर मतलब होइस के ओ हर तुंहर उपर नियंतरन करत हे।
का ओ हर तुमन ल अपन संगी-साथी अउ परिवार वाले मन संग मिले-जुले बर रोके केकोसिस करथे? का ओ हर तुमन ल काखरो सहायता ले बर घलोक रोकथे। अइसन म तुंहर करा कहुं अउ जाए के बिकल्प नइ हे त ओ हर तुंहर संग अउ जादा दुरबेवहार कर सकत हे।
का ओ हर दूसर लोगन के आगु म तुंहर अपमान करथे या तुंहर मजाक उड़ाथे? हो सकत हे के तुमन ओखर बात म भरोसा करना चालु कर दे हव। एखर ले तुमन ल अइसन लगही के तुमन खराप बेवहार के लायकहव।
जब ओला घुंस्सा अथे त ओ हर का करथे? का ओ हर कुछु जिनिसल तोड़थे या फेंकथे? का ओ हर तुमन ल सारीरिक रूप ले चोंट पहुंचाए हे या पहुंचाए के धमकी दे हे? का ओ हर कोनो दूसर महिला ल कभु मारे हे? ए सबो तरीका ले पता चलथे के ओला अपन उपर नियंतरन नइ रहे।
का कोनो गुरूजी, मालिक या ओखर पिता हर ओ पुरूस के अपमान करे हे? अइसन म ओला लग सकत हे के ओखर तिर ताकत नइ हे। एखर ले ओ हर हिंसा के परयोग करके कोनो दूसर मनखे उपर अधिकार करे के परयास कर सकत हे।
का ओ हर कहिथे के दारू, नसीला दवई या तनाव के कारन ओ हर अइसन करत हे? अगर ओ हर कुछु दूसर कारन उपर दोस डारत हे, त ओ हर कहि सकत हे के अगर ओला कोनो नवा नउकरी मिल जाए, नवा सहर म चले जाए या नसीला जिनिसके खवई-पीयई लबंद देवए, त परिस्थिती सुधर जाही।
का ओ हर अपन कोनो कृत्य बर तुमन ल या कोनो दूसर मनखे ल दोसी ठहराथे या अपन गलती ल नइ माने? अइसन मनखे हर खुदल नइ बदल सके।