का मोर महत्ता लड़कामन ले कमती हवय?
जइसे-जइसे कोनो नोनी हर बड़े होए बर लगथे, ओ हर खुदल देखथे। कोनो भी नोनी ल अपन युवावस्था के बारे म बने-बने महसूस करना सीखना चाही, ताकि ओ हर सप्फोतरीका ले बिकसित हो सकय अउ अपन समाज ल बने बनाए म मदद कर सकय। जब कोनो नोनी के परिवार अउ समाज ओला महत्ता देथें, त नोनी हर बने असन ले अइसन सबो बात ल सीखते।
कईठन समाज या इलाका म नोनीमन ल अइसन भरोसा देवाए जथे, के उंखर महत्ता बाबूमन ले कमती हे। ओमन ल अपन सरीर अउ महिला होए के बारे म सरम महसूस करे बर सिखाए जथे। ओमन ल उंखर भाईमन के तुलना म कमती सिक्छा, कमती जेवन दिए जथे। कई पइत उंखर संग खरापबेवहार करे जथे अउ जादा कामबूता कराए जथे। एखर ले उंखर सेहत म बुरा असर पड़थे अउ ओमन अपन बारे म बुरा महसूस करथें, एखर ले ओमन भविस म अपन बारे म सही फइसला ले बर कमती सछम हो पथें। जब नोनीमन के अइसन पालन-पोसन होथे त, एखर ले पता चलथे के उंखर समुदाय ओमन ल बाबूमन के तुलना म जादा महत्ता नइ देवएं।
लेकिन अगर कोनो नोनी के समाज हर, सबो मनखे के मोल ल पहिचानही त नोनीमन महसूस कर पाहीं के ओमन तको अपन बर अउ अपन समाज बर बने असन काम कर सकत हें।
कोनो भी जातसमाज, माईलोगन संग जइसन बेवहार करथें, वइसने बेवहार उंखर परिवार वाले मन घलोक करथें। अगर कोनो समाज हर मानथें के नोनीमन ल कुछु हुनर सीखना चाही, त उहां रहवइया परिवार वाला मन तको नोनीमन ल पढ़ाथें-लिखाथें। लेकिन जेन समाज मानथे के माईलोगन खाली कामबूता करे बर बने हें अउ ओमन ल कोनो समाजिक बइठक म भाग ले के मंजूरी नइ हे त, परिवार वाले मन घलोक नोनीमन के पढ़ई-लिखई म धियान नइ देवएं।