कोनो करीबी मनखे के आत्महत्या के बाद मोला दूसर मन संग काबर गोठियाना चाही?
दूसर मन संग गोठियाए ले तुमन ल सहायता मिल सकत हे, नवा ताकत मिल सकत हे अउ तुमन अपन भाउना ल समझ सकत हव।
तुमन ल चाही, के तुमन अपन संगवारी मन या परिवार के सदस मन तिर रहव, उंखर संग गोठियावव। एक बात ल समझव के तुमन अकेल्ला नइ हव। अगर तुमन ल काखरो मदद के जरूवत हे, त जरूर लेवव। अइसन मन संग सहायता लेवव, जिंखर संग तुमन मया करथव अउ जिंखर उपर तुमन भरोसा करथव।
अगर तुंहर इलाका म कोनो आत्महत्या सहायता समूह हे, त ओमा सामिल होवव। एहा एकठन स्व-सहायता समूह होथे जेमा अइसे लोगन जुरथे जेन सबो मन आत्महत्या के माधम ले कोनो न कोनो ल खो चुके हावयं अउ जेन नियमित रूप ले मिलके अपन संसो अउ तनाव के बारे म गोठबात करथें। अइसन मन तुंहर समसिया ल समझ सकत हें, काबर के ओमन खुदे अइसन हालत ले गुजरत हें। अगर तुंहर इलाका म अइसन कोनो समूह नइ हे, त तुमन खुदे अइसन समूह बनाए के बारे म सोंचव।
इलाज पाए के कोसिस करव या कोनो स्वास्थ्य कारकरता या कोनो धार्मिक-अधियातमिक गुरू संग गोठियाए ले घलोक मदद मिल सकत हे।