कोनो पुरूस हर कोनो महिला ल काबर चोंट पहुंचथे?
कोनो पुरूस हर कोनो महिला ल चोंट पहुंचाए के पाछु कई परकार के बहाना कर सकत हे। जइसे ओहर नसा म रिहिस, अपन उपर नियंतरन नइ रिहिस, या फेर वो महिला हर ‘इहि लायक रिहिस’। लेकिन कोनो पुरूस द्वारा हिंसा करे के पाछु, ये सोंच होथे के ए हर ओखर अधिकार हे।
जब कोनो मनखे हर ल अइसन अहसास नइ रहे, के ओखर अधिकार सिरिफ ओखरे जिनगी म हे, त ओ हर दूसर मनखे के जिनगी उपर नियंतरन बनाए बर हिंसा के परयोग करथे। अपन जिनगी म नियंतरन करई हासुभाविक होथे, लेकिन कोनो दूसरमनखे के जिनगी म नियंतरन करे के कोसिस करना गलत होथे, खासकर के हिंसा के माध्यम ले।
इहां कईठन अइसन कारन बताए गे हे के, काबर कोनो पुरूस हर कोनो महिला ल चोंट पहुंचथे: ओला लगथे मारपीट हर काम म अथे असल म अइसन सोंच हर वास्तविक समसिया के बारे म बिन गोठियाए या कोनो हल निकाले बिन, कोनो परकार के असहमित के तुरते परतिकिरया होथे।
कोनो पुरूस ल लड़ई-झगरा बने लग सकत हे अउ एखर ले ओला ताकत मिलथे। हो सकत हे अइसन पुरूस के मन ये भाउना दुबारा आ सकत हे।
अगर कोनो पुरूस हर हिंसा करथे, त ओला लगथे के ओ हर ‘जीत’ गे। पीड़ित महिला हर कोनो भारी चोंट ले बांचे बर, आगु घलोकओला अइसन करन देथे। एखर ले पुरूस ल अउ जादा पुरोत्साहन मिलथे। जेन रिस्ता म कोनो एकेझन कराजादा ताकत होथे, त ओ रिस्ता अकसर हिंसक अउ अपमानजनक हो जथे।
कईझन पुरूस मन अपन पुरूस होए के गलत मतलब निकालथें।
अगर कोनो पुरूस हर सोंचथे के पुरूस होए बर ओला कोनो महिला उपर नियंतरन रखना चाही, त ओ हर नियंतरन बनाए बर हिंसा ल वाजिब समझथे।
कईझन पुरूस मन सोंचथें के उंखर करा कईठन अधिकार हे। अपन पुरूस होए के कारन ओला लगथे के ओखर पत्नी अउ लईकामन ल ‘बढ़िया’ होना चाही, परिवार के सबो फइसला खुदेच लेना चाही। जब कोनो एकेझन मनखे करा जादा ताकत हो जथे, त रिस्ता मन हर हिंसक या फेर अपमानजनक हो जथे।
कईझन पुरूस ल लगथे के कोनो महिला हर ओखर संपत्ति हे, अउ ओला ओखर जरूवत हे।
अगर कोनो महिला हर ‘मजगुत’ रहिथे, त पुरूस ल डर लगे ल लगथे के ओ हर ओला खो दिही या ओ महिला ल ओखर जरूवत नइ रहि जाही। अइसन म ओ हर महिला ल अपन उपर निरभर बनाए के परयास करथे।
अगर कोनो पुरूस हर माईलोगन अउ नोनीमन ल अपन संपत्ति मानथें, त ओला लग सकत हे के वो हर उंखर संग जइसन चाहे वइसन बेवहार कर सकत हे।
ओला एखर अलावा दूसर कोनो रद्दा नइ सुझए।
अगर कोनो मनखे हर अपन जिनगी म अपन बाप या अउ काखरो ले हिंसा करना सीखे हे त कठिन बेरा म वहु हर हिंसा के अलावा दूसर कोनो बेवहार ल नइ जाने।
ए सबो कारन ले पता चलथे के कोनो आदमी हर अपन पत्नी ले दुरबेवहार काबर करथे, लेकिन कोनो भी कारन हिंसा के अनुमति नइ देवए।