खाए के बारे म कोन-कोन बिचार नकसान करथे?
दुनिया के कईठन हिस्सा म, माईलोगन मन अउ जेवन के बारे म कईठन परंपरा अउ मान्यता, अइसन हे जेन फायदा तनइ पहुंचाए बल्कि अउ उलटा नकसान कर देथे।
उदाहरन बर: ए बात म कोनो सच्चई नइ हे के बाबूमन के तुलना म नोनीमन ल कम जेवन के जरूवत होथे। कई झन के अइसन मानना रहिथे के बाबूमन ल जादा भोजन चाही।
लेकिन अइसन सोंच गलत हे! जादातर समुदाय म माईलोगन मन तको वतका मेहनत करथें, जतका आदमीमन हा। अउ वहूमन ल घलोक स्वस्थ रेहे के जरूवत होथे।
जेन नोनीमन ननपन म स्वस्थ अउ सुपोसित होथें, उही मन बड़का होके स्वस्थ महिला बनथें। अइसन नोनीमन ल इस्कूल अउ कामकाज म कम समसिया होथे।
यहु बात सच नइ हे के माईलोगन मन ल गर्भ के दउरान अउ स्तनपान के दउरान खाए-पीये के जिनिस ले बांचना चाही। कईठन समुदाय म, लोगन के मानना हे केकोनो महिला ल अपन जिनगी के अलग-अलग बखत म बरबटी, अंडा, मुरगा, दूध के बने जिनिस, मांस, मछरी, फर या फेर साग-भाजी ले बांचना चाही।
ए बखत म, ओखर मासिक धरम, गर्भावस्था, लईका के जनम के तुरते बाद के बेरा, स्तनपान करात बेरा, या फेर रजोनिवृत्ति के दउरान सामिल हो सकत हे।
लेकिन कोनो महिला ल ए सबो खाए-पीये के जिनिस के जरूवत होथे, खासकर गर्भ अउ स्तनपान के दउरान।
खाए ले परहेज करे लेकमजोरी, बीमारी अउ इहां तक के मउत घलोक हो सकत हे।
एहु बात सच नइ हे केकोनो महिला ल पहिली अपन परिवार के पेट भरना चाही।
माईलोगन मन ल कभु-कभु ए सीख दे जथे के पहिली अपन परिवार के पेट भरव।
अइसन म वो महिला हा उही जिनिस ल खाथे जेन आखिरी म बांचे होथे, एखर ले ओला परिवार के दूसर सदस असन भरपूर जेवन नइ मिल पाए।
अइसन करना स्वास्थ्यवरधक नइ होवए।
अउ अगर कोनो महिला गर्भवती होथे या फेर ओखर लईका होवइया होथे, तभो अइसन करना अउ खतरनाक हो सकत हे।
अगर कोनो परिवार कोनो महिला ल बढ़िया-बढ़िया खाए बर मदद नइ करए, त हमला ओला बने असन खाए बर पुरोतसाहित करना चाही।
अइसन महिला ल खाना बनाए के बेरा खाए ल पड़थे, या फेर जब ओखर पति घर म नइ रहे, त ओला लुका के खाए ल पड़थे।
यहु बात सच नइ हे केकोनो बीमार मनखे ल, स्वस्थ मनखे के तुलना म कम जेवन के जरूवत होथे।
बढ़िया अउ स्वस्थ जेवन न केवल बीमारी से बचाथे, बल्कि बीमार मनखे ल बीमारी ले लड़े बर ताकत देथे, अउ ओ हा दुबारा स्वस्थ हो सकत हे।
एकठन सामान्य नियम हे, जेन खाना स्वस्थ रेहे के बेरा सबो बर अच्छा होते, उही खाना बीमार रेहे के दउरान घलोक सबो बर बने होथे।