गर्भपात के कोन-कोन ले तरीका सुरछित हे?
कोनो परसिछित स्वास्थ्य कार्यकर्ता डहर ले नीचे बताए गे तरीका ले गर्भपात कराए जा सकत हे:
सक्सन ले गर्भपात (वैक्यूम एस्पिरेशन, एमवीए)
एकठन खास नली (कैनुला) बउर के सक्सन ले गर्भपात करे जा सकत हे। एमा योनि अउ गरभासय ग्रीवा के जरिया नली ल गरभासय म डारे जथे। महिला ल सुताए बिना घलो ए बिधि के परयोग करे जा सकत हे। पीरा ले छुटकारा पाए बर कभु-कभु गरभासय ग्रीवा म इंजेक्सन ले दवई डारे जथे। ए बिधि ल एमवीए बिधि कहिथें। एमा एकठन खास सिरिंज ले गर्भवस्था ल हटा दिए जथे। कई पइत एकठन छोटकन इलेक्ट्रिक मसीन के घलोक परयोग करे जथे। एमवीए बिधि सरल अउ सुरछित होथे अउ एमा केवल 5-10 मिनट के बेरा लगथे। ए बिधि के परयोग कोनो हस्पताल या क्लिनिक म करे जथे। गर्भावस्था के पहिली 12 हप्ता (3 मास) तक ए बिधि ले गर्भपात करे जा सकत हे।
स्क्रैपिंग ले गर्भपात (विस्फारन अउ आखुरन, या डी अउ सी)
एमा गर्भावस्था ल खरोढ़ के क्यूरेट ले निकाले जथे। एक ठन चम्मच असन उपकरन जेला गर्भ म जाय बर बिसेस रूप ले बनाय जथे। ए हर कैनुला ले बड़े होथे अउ ए हर नोकिल्ला असन होथे, एखर सेती एला बउरे के पहिली गरभासय ग्रीवा ल फइला के खुल्ला रखना चाही। खिंचाव के कारन एमा पीरा हो सकत हे। ए बिधि म 15 ले 20 मिनट के बेरा लगथे। एमा एमवीए ले जादा पीरा अउ खरचा अथे। एला अपरेसन के कमरा म करे जथे अउ महिला ल सुताए बर दवई दे जथे।
दवई ले गर्भपात (चिकित्सा गर्भपात)
अब दुनिया भर में डॉक्टर और स्वास्थ्य कार्यकर्ता गर्भपात कराने के लिए कुछ आधुनिक दवाओं का उपयोग करते हैं। इसे चिकित्सकीय गर्भपात कहा जाता है। ये औषधियाँ गर्भाशय को सिकोड़कर गर्भ को बाहर धकेल देती हैं। दवाएँ या तो निगल ली जाती हैं या मुँह में घुल जाती हैं। जब सही दवाओं का सही ढंग से उपयोग किया जाता है, तो चिकित्सीय गर्भपात बहुत प्रभावी और सुरक्षित होता है। चूंकि गर्भ के अंदर कुछ भी नहीं डाला जाता है, इसलिए संक्रमण का खतरा कम होता है जिससे असुरक्षित गर्भपात कराने वाली कई महिलाओं की मौत हो जाती है।