घरेलू काम-बूता ल लेके होवइया झगरा-लड़ई ले मैं कइसे निपट सकत हवं?
घरेलू काम-बूता ल लेके होवइया झगरा-लड़ई ले निपटे बर अइसन उपाय अपनाना चाही:
1. अइसन झन सोंचव के तुमन ल अपन सबो समसिया के सामना अकेल्ला करे ल पड़ही। अपन समसिया ल दूसर मनखे मन संग नइ बाँटहु त तुंहर तनाव हर अउ बढ़ही अउ एखर ले तुंहर सेहत म बुरा असर घलोक पड़ सकत हे अउ परिवार के दूसर सदस मन उपर घलो बुरा असर पड़ सकत हे। एखरे सेती, जिंखर उपर तुमन ल भरोसा हे, उंखर संग अपन समसिया के बारे म गोठियाना चाही। हो सकत हे के तुरते तुंहर समसिया के हल नइ निकलही, लेकिन एखर ले तुंहर तनाव हा कमती होही।
2. अपन तिर-तखार के लोगन (परिवार के सदस, संगी-साथी, परोसी) संग अपन समसिया के बारे म बतावव अउ उंखर मदद मांगव। जेन समसिया तुमन ल परसान करत हे, ओखर बारे म उंखर संग बार-बार चरचा करे के कोसिस करव। हो सकत हे, हर कोनो तुंहर मदद नइ करही, लेकिन देर-सबेर कोनो-न-कोनो हर तुंहर जरूवत ल समझही अउ तुंहर सहायता करही। कभु-कभु पुरूसमन, ए नइ समझ पाएं के महिला ल मदद के जरूवत हे, काबर के ओमन ल माईलोगन के काम-बूता के बारे म पता नइ रहय। एखर सेती, अपन लईकामन के खातिर अपन पूरा परिवार ल एक टीम के रूप म काम करे बर उत्साहित करना चाही।
3. अपन घरवाला ल अपन लईकामन के संग खेले-कूदे अउ उंखर जतन करे बर पुरोतसाहित करे के परयास करव। अब्बड़ अकन पुरूस मन सोंचथें के लईकामन के जतन करे के जिम्मेवारी सिरिफ माईलोगन के होथे, लेकिन ये बात हर गलत हे। कईठन अध्ययन ले पता चले हे के जेन लईका के ददा हर उंखर पालन-पोसन अउ सिछा म अपन योगदान देथें, वइसन लईका के बिकास, दूसर लईकामन के तुलना म, बने असन होथे, अउ बड़े होए के बाद ओमन जादा बुद्धिमान होथें। एखर सेती अपन घरवाला ल कहव के दिन म कम से कम एक पइत ओ हर लईकामन संग खेलए, उंखर संग गोठियाए या ओमन ल नवहाए-धोवाए।
4. अपन समसिया ल दूसर माईलोगन संग गोठियावव। अकसर माईलोगन अपन समसिया के बारे म दूसर संग गोठियाए म झिझकथें, काबर के ओमन ल लगथे के कोनो हा ओमन ल समझ नइ सकही या ओमन अपन समसिया के बारे म दूसर संग गोठियाहिं त ओमन ल तुच्छ समझे जाही। एखर कारन माईलोगन अपन समाज म दूसर संग सहायता पाए के मउका खो डालथें। तुमन माईलोगन मन के एकठन छोटकन समूह बनाए के परयास कर सकत हव। तुमन एक संग मिलके अपन-अपन समसिया के बारे म बात कर सकत हव। एखर बर तुमन अपन संगी, परोसी अउ सहकर्मी मन ल नेवता दे सकत हव। तुमन देखहु के, कईझन माईलोगन तुंहरेच असन समसिया के सामना करत होंही। तुमन मिल-जुर के एक-दूसर के सहायता करे के तरीका ढूंढ सकत हव।
5. भले तुंहर घर के काम-बूता हर अभी खतम नइ होए होही, लेकिन बेरा-बेरा म सुरताए के कोसिस करव। कईझन माईलोगन मन मानथे के सिरिफ अपन परिवार के जरूवत ल पूरा करना ही ओखर काम हे अउ अपन जरूवत के खियाल करई हा उंखर अधिकार नइ हे। लेकिन ये बात हर गलत हे, अगर माईलोगन अपन खियाल नइ रखहीं अउ अपन जरूवत के धियान नइ रखहीं त ओमन बीमार पर जाहीं अउ आखिर म उंखर परिवार के दूसर सदस मन ल उंखर जतन करे बर पड़ही। एखरे सेती हमेसा अपन सेहत के जतन करे बर दिन म थोड़कन अपन बर बेरा निकालना चाही।