जवान लड़कियाँ अपनी ज़िन्दगी ख़त्म क्यों करना चाहती हैं

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जब लड़कियाँ यौवन कि तरफ बढती हैं तो उन्हें कई तरह कि समस्याओं का सामना करना पड़ता है, ख़ास कर जब बात विकास शील देशों कि हो l

उन्हें अक्सर स्कूल से निकाल लिया जाता है और घर के काम काज में ध्यान लगाने को कहा जाता है l उनको चुनने की आजादी नहीं दी जाती है, सिवाय इसके कि उन्हें अपनी इच्छाओं और आकांक्षाओं को भूल जाने को कहा जाता है l

उनको अक्सर घर से बाहर आने जाने, घुलने मिलने से रोक दिया जाता है l

कई बार उन्हें घर से बाहर तक भी नहीं निकलने दिया जाता है l

कई बार उन्हें ज़बरदस्ती शादी के बंधन में बाँध दिया जाता है l

उन्हें शादी से पहले सेक्स के बारे में सही से बताया नहीं जाता है, और उसका फायदा उठाया जाता है l ऐसे में उनको कम उम्र में गर्भ धारण करने जैसी मुश्किल का सामना करना पड़ता है जिसकी वजह से लोगों के ताने सुनने पड़ते हैं, चिढाया जाता है जब दोस्तों या समाज में पता चल जाता है l

बहुत साड़ी औरतें और जवान लड़कियाँ नाखुश रहती हैं इस बात से कि उनपर एक ख़ास तरह से पेश आने का, दिखने का (अच्छी सुन्दरता क्या होती है इसके अनुसार) दबाव होता है ( यह दबाव दोस्तों, परिवारजनों, सामाजिक मीडिया, फिल्मों की वजह से भी हो सकता है) l वे बदसूरत महसूस करती हैं, उन्हें लगता है कि वे इस लायक नहीं हैं कि उन्हें कोई चाहे या फिर प्यार करे l इस तरह की भावनाएं उनको खुद को हानि पहुचाने तक के लिए मजबूर भी कर सकती हैं जैसे कि काट लेना या नशा करना l

Sources
  • Felicitas Heyne, Psychologist
  • Audiopedia ID: hi020905