कई देस म सियान मन (65 बछर ले जादा) के बीच आत्महत्या के दर म अब्बड़ बढ़ोतरी देखे गेहे।
एखर संभावित कारन ये हो सकत हे:
आधुनिकीकरन के कारन कई देस म पारंपरिक मूल्य अउ मानदंड तेजी ले खतम होत हें। कईठन परिवार या समाज अइसन होथे, जिहां सियान मन के सम्मान अउ जतन करे के बजाए, ओमन ल बेकार समझे जथे। उंखर जतन करना, लोगन ल बोझा लगे ल लगथे। अइसन म अपमानित महसूस करे के कारन, कईझन सियान मन अपन जान घलोक ले लेथे, काबर के ओमन अपन परिवार उपर बोझा नइ बनना चाहें।
परिवार के दूसर सदस मन के पलायन। कई देस म लईकामन ल पलायन करे बर मजबूर होए बर पड़थे, काबर उंखर इहां कोनो काम-बूता नइ मिलए, ओमन बड़का सहर म जाके कोनो कारखाना मन म काम-बूता करथें। एला परवासन केहे जथे। अइसन म उंखर घर म, महतारी-बाप या फेर दाई-बबा के जतन करइया कोनो मनखे नइ रहि जाए। एखर ले सियान मन खुद ल अकेल्ला, असहाय अउ उदास महसूस करे बर लगथें, अइसन म कईझन सियान मन अपन जान लेना पसंद करथें।
माईलोगन मन सियानी उमर ल अभिसाप घलोक मानथे। ए उमर म ओमन ल अपन संगीसाथी के मउत के सोक मनाए बर पड़थे। कईझन माईलोगन ल अपन पति के मउत के गहरा दुख होथे अउ कई पइत ओमन आरथिक समसिया ले घलोक घिर जथें। जेन सियान मन ल अपन परिवार ले सही तरीका ले मदद अउ जतन नइ मिलए, ओमन अपन समसिया के सामना नइ कर पाएं।
नउकरी ले सेवानिवृत्ति होए के बाद आत्मसम्मान के कमी। अइसन स्थिति जादातर बिकसित देसन म देखे बर मिलथे, काबर उहां जादातर माईलोगन खुदे अपन पालन-पोसन करथें। सेवानिवृत्ति होए के बाद सियान माईलोगन के आत्म-सम्मान अउ आजादी खतम हो जथे। ओमन खुद ल बेकार महसूस करे बर लगथे। दूसर लोगन ले उंखर मेलजोल घलोक खतम हो जथे, अइसन म ओमन खुद ल अकेल्ला महसूस करथें।
स्वास्थ्य ले जुड़े समसिया। कोनो पुराना बीमारी, पीरा के कारन सियान मन के सारीरिक गतिबिधि कम हो जथे, संगे-संग उंखर बियक्तिगत आजादी अउ गरिमा घलोक कम हो जथे जेखर सेती सियान माईलोगन मन के जियत रेहे के इच्छा हा खतम हो जथे।