दिव्यांगता अउ दुरबलता बर सामान्य अउ विसेस जतन का होथें?

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सबले जरुरी बात ये हे तुमन अपन दुरबलता ल लुकाव-छुपाव झन। सुरुआती लकछन के पता लगाव अउ तुरते इलाज अउ जतन ल सुरु करव। तुमन ल नियमित रुप ले कोनो स्वास्थ्य कार्यकर्ता संग मिलना चाही, ताकि कोनो बदलाव आथे, त तुरते ओखर पता लगाए जा सके अउ बने इलाज करे जा सके। ए तरीका ले तुमन अपन दुरबलता म सुधार ला सकत हव। अपन दुरबलता के संग जिये के बने तरीका ढूंढ सकत हव अउ अपन कमी ल ताकत म बदल सकत हव।


तुरते इलाज अउ जतन ले तुमन कईठन परसानी ल रोक सकत हव। सुरता रखव के दुरबलता के परकार के मुताबिक, तुंहर जतन के तरीका तको अलग-अलग हो सकत हे। उदेस, ए होना चाही के तुमन ल दूसर मनखे असन जिनगी के सबो हिस्सा म समान पहुंच मिल सके। एखर सेती, एक सब बारे म बिस्तार ले जाने बर कोनो स्वास्थ्य कार्यकर्ता के पास जाना चाही अउ ओखर संग सहायता हासिल करे के सबो तरीका के बारे म पूछना चाही।


इहां एखऱ कईठन उदाहरन दिए जा थे:

अगर तुमन सारीरिक रुप ले अक्षम हव त, तुमन लउठी, वैसाखी या फेर व्हीलचेयर ल बउर सकत हव। ए ले तुमन ल सहारा मिलही अउ तुमन चल-फिर सकहू। अपन चलन-फिरन ल सुधारे बर नियमित रुप ले कोनो प्रसिक्षित डाक्टर या फिजियो डाक्टर के संग जाना चाही। एखर अलावा, अपरेसन करा के घलो अपन जतन करे जा सकत हे।

अगर तुंहर दुरबलता देखे-सुने वाले हे, जइसे देखे म परसानी, त तुमन चस्मा घलोक पहिन सकत हव। अउ अगर समसिया गंभीर हे त अपरेसन करवा सकत हव। अगर तुमन ल सुने म परसानी हे त तुमन स्रवन यंत्र बउर सकत हव, इसारा म बोले अउ समझे के विसेस परसिकछन ले सकत हव, जइसे कोनो सांकेतिक भाखा सीखना। साथे-साथ दवईपानी के अलावा अपरेसन के सहायता ले सकत हव।


अगर तुमन ल कोनो दिमागी दुरबलता हे, जेन तुंहर बौद्धिक अउ व्यवहारिक ताकत ल परभावित करथे, त तुमन कोनो परकार के सैक्षिक इलाज ले सकत हव।


अउ अगर तुमन ल कोनो मानसिक विकार हे, जइस अउसाद ले परभावित होना। तुमन ल सोचे म परसानी होथे, या फेर विपत के बेरा तुमन ओखर सामना नइ कर सकव, त दुरबलता के आधार म कई परकार के इलाज तको होथे। जइसे विसेस सिछा, व्यक्तिगत इलाज या कभु-कभु जड़ी-बूटी वाले इलाज।


अगर तुंहर भीतर एक ले जादा दुरबलता हे, जेखर ले तुंहर कईठन काज परभावित होथे, त कई परकार के इलाज ले बर पड़ सकत हे।


अगर तुमन डाक्टर ले इलाज करवात हव, त तुमन ल डाक्टर के कहे मुताबिक नियमित रुप ले अपन दवईपानी ल खात रहना चाही। अगर तुमन गर्भवती हव या लइका ल दूध पियावत हव, त ए बारे म स्वास्थ्य कार्यकर्ता ल बताना चाही, ओ हर तुंहर स्वास्थ्य के मुताबिक दवई देही। दवई खाए के दउरान तुंहर भीतर कोनो नवा लकछन पइदा हो सकत हे, हो सकत हे तुमन ल दवई ल बदले बर पड़ही। लेकिन कईठन लकछन बने तको होथे, एखर ले पता चलथे के इलाज के असर होथे।

अगर इलाज ल तुमन अब्बड़ जल्दी बंद कर देहु त, तुंहर रोग अउ बढ़ सकत हे। एखर सेती, अगर तुमन ल कोनो नवा लकछन दिखथे, त तुरते दवई ल झन बंद करव, बल्कि कोनो स्वास्थ्य कार्यकर्ता संग मिलव। ओ हर एखर हल निकालही।

Sources
  • Audiopedia ID: hne_55_14