दिव्यांगता के का मतलब होथे?
दिव्यांगता ले ग्रस्त मनखे म लंबा बखत के सारीरिक, संवेदी, बौद्धिक या दिमागी कमजोरी सामिल होथे। एखर ले परभावित मनखे ह अपन परसानी के कारन दूसर असन समान अधिकार के संग समाज म अपन पूरा भागीदारी नइ निभा पाए। एखर मतलब ए होइस के ओ मनखे ह दूसर असन सिछा, नउकरी, स्वास्थ्य या सामाजिक जीवन म समान अउसर हासिल नइ कर पाए।
सिरिफ दिव्यांगता हा एखर कारन नइ होवए। बल्कि जातसमाज अउ तीर-तखार के वातावरन घलोक होथे। ए मन अइसन बाधा पइदा करथें जेखर ले मनखे हा, दूसर मनखे असन समान अउसर नइ हासिल कर पाए। जइसे कोनो नोनी, भैरी पइदा होगे, हो सकत हे ओला कम सुनई देवत होही या फेर कुछु नइ सुनई देवत होही। मान ले जाए ओखर पारा-मुहल्ला म कोनो प्राथमिक इस्कूल होही, लेकिन इस्कूल म गुरुजीमन अउ ओखर संगी-संगवारीमन ओखर उपहास करत होही। अइसन म ओ नोनी के सैछनिक परदरसन खराब हो जथे, अउ आखिर म ओहा इस्कूल जाए ल छोड़ देथे।
एखर अलावा, अगर ओखर पारा-मुहल्ला म अइसन कोनो इस्कूल नइ हे जिहां बहिरामन ल पढ़ाए-लिखाए जात होही, त अइसन लइका बर इस्कूल जाए के कोनो अउसर नइ रहि जाए। एखर ले पता चलथे के असली बाधा ओखर दिव्यांगता नइ होवए, बल्कि सामाजिक व्यवस्था होथे। जातसमाज, अइसन लइकामन बर समान अउसर पइदा नइ कर पाए। अगर अइसन बाधा ल हटा दिए जाही, त उंखरो करा समान अउसर होही, वहू मन इस्कूल जा सकहीं, नउकरी पा सकहीं अउ अपन भविस ल बना सकहीं। इहां, जातसमाज दुआरा पइदा करे वाले बाधा ल समझाए गे हे। आगे के अध्याय म “दिव्यांग लोगन बर का-का बाधा होथे?” ए बारे म बिस्तार ले बताए गे हे।
दिव्यांगता, कोनो परकार के सारीरिक दुरबलता या फेर कमी के परिनाम होथे। अइसन म परभावित मनखे ल कई परकार के बाधा के सामना करे बर पड़थे। भले कोनो दु मनखे म एके असन दुरबलता हो, फेर उंखर दिव्यांगता अलग-अलग हो सकत हे। कई पइत ये दिव्यांगता सामाजिक जिनगी म अवइया बाधा उपर घलो निरभर करथे। उदाहरन बर, जइसे कोनो बहिरा मनखे सहर म रहिथे त ओला अपन परिवार अउ संगवारी मन संग सांकेतिक भाखा सीखे बर मिलथे, असल म उहां प्राथमिक अउ माध्यमिक इस्कूल रहिथे जिंहा ओमन ल सीखाथे-पढ़ाथे। जबकि कोनो गंवई म बसइया मनखे ल अइसन अउसर नइ मिल पाए।
अंत म कोनो मनखे के दिव्यांगता के अनुभव करे के तरीका आगू के व्यक्तिगत बिंदु म तको निर्भर करथे। उदाहरन बर, लिंग अउ गरीबी या फेर अउ नाना परकार ले परभावित होना। गरीबी ले परभावित कोनो दिव्यांग नोनी या माईलोगन करा ओतना अउसर नइ होवए, जतना कोनो आदमी, जेन गरीबी ले परभावित नइ हे, के पास होथे। तेखरे सेती ओमन ल आगू के बाधा ल सहे ल पड़थे।