परिवार नियोजन के हार्मोनल तरीके कैसे काम करते हैं
इन विधियों मे हार्मोन होते हैं, जिन्हें एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रिन कहा जाता है, जो कि एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रोन के समान होते हैं जो एक महिला स्वयं उसके शरीर में बनाती है । हार्मोनल तरीकों में शामिल हैं:
एक महिला हार्मोनल तरीकों को नियंत्रित करती है और वे एक पुरुष के जानने के बिना इस्तेमाल किया जा सकता है।
महत्वपूर्ण! हार्मोनल तरीके एसटीआई या एचआईवी के खिलाफ रक्षा नहीं करते।
हार्मोनल तरीके महिला के अंडाशय को अंडा जारी करने से रोकने के द्वारा काम करते हैं। हार्मोन गर्भ के निकास पर बलगम की एक बहुत मोटी परत भी बनगते हैे, जो शुक्राणु को गर्भ के अंदर जोने से रोकने में मदद करता है।
अधिकांश गर्भनिरोधक गोलियां और कुछ इंजेक्शन में दोनों एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रिन होते हैं। ये 'कौम्बीनेशन्' की गोलियाँ या इंजेक्शन कहा जाता है। दो हार्मोन एक साथ काम कर गर्भावस्था के खिलाफ उत्कृष्ट संरक्षण देते हैं। हालांकि, कुछ महिलाओं को एस्ट्रोजन के साथ गोलियाँ या इंजेक्शन का उपयोग नहीं करना चाहिए, अगर वे स्तनपान करा रही हैं या फिर अन्य स्वास्थ्य कारणों से ।
सिर्फ-प्रोजेस्ट्रिन गोलियाँ (मिनी-गोलियाँ भी कहा जाता है), प्रत्यारोपण, और कुछ इंजेक्शन में केवल एक हार्मोन प्रोजेस्ट्रिन होते हैं। ये विधियां संयुक्त गोलियाँ या इंजेक्शन की तुलना में सुरक्षित हैं उन महिलाओं के लिये जो एस्ट्रोजन का उपयोग नहीं करना चाहती हैं, या फिर स्तनपान करा रही हैं ।