कोनो भी समाज म, हिंसा के कारन अइसन असर पड़ सकत हे:
आगु के पीढ़ी तक हिंसा के चक्र हर पहुंच जथे।
समाज म अइसन धारना बन जथे, के पुरूसमन माईलोगन ले बने होथें।
सबोझन के जिनगी के गुनवत्ता हर परभावित हो जथे, काबर के माईलोगन हर अपन समाजिक कारीकरम म कमती भाग लेथें जब ओला हिंसा ले चुप करा दे जथे या फेर मारेपीटे जथे।