बच्चों के लिए भोजन को मुझे कैसे ठीक से संभालना चाहिए
शिशुओं और छोटे बच्चों के लिए भोजन तैयार करते वक्त विशेष देखभाल रखनी चाहिए। उनके भोजन ताजा बना होना चाहिये और तुरंत खाया जाना चाहिये, इसे छोड़ कर रखना नहीं चाहिए।
शिशुओं और छोटे बच्चों के लिए मां का दूध सबसे सुरक्षित (और सबसे पौष्टिक) दूध है। निकाले गये मां के दूध में को एक स्वच्छ, कवर कंटेनर में आठ घंटे के लिए कमरे के तापमान पर संग्रहित किया जा सकता है। अगर बड़े बच्चों को पशु को दूध दिया जाता है तो यह तुरन्त उबला हुआ होना चाहिए या पाश्चरीकृत (हानिकारक जीवाणुओं को दूर करने के लिये दूध गर्म करने का एक विशेष तरीका) होना चाहिये।
कच्चा या बचा हुआ पकाया भोजन खतरनाक हो सकता है। कच्चे खाद्य पदार्थ को धोया या पकाया जाना चाहिए। पकाया भोजन बिना देरी के खाया जाना चाहिए या से खाने से पहले अच्छी तरह पुन: गर्म करना चाहिये।
सभी पोल्ट्री और पोल्ट्री उत्पादों को एवियन इन्फ्लूएंजा (बर्ड फ्लू) के प्रसार को रोकने के लिए पूरे रास्ते पकाया जाना चाहिए।
फलों और सब्जियों के छिलके निकालने चाहिए या साफ पानी से अच्छी तरह से धोया जाना चाहिये, खासकर अगर वे छोटे बच्चों द्वारा कच्चा खाये जा रहे हैं। फलों और सब्जियों में अक्सर कीटनाशकों और हरबीसाइड्स जैसे रसायनों का उपयोग होता है, जो हानिकारक हो सकता है ।
कच्चे खाद्य पदार्थों को पकड़ने के बाद हाथों को साबुन और पानी से धोया जाना चाहिए। कच्चे भोजन में आमतौर पर रोगाणु होते हैं। पकाये भोजन में भी कीटाणु आ सकते हैं अगर इसका स्पर्श किसी कच्चे खाद्य पदार्थ से होता हैं, और यह कीटाणु कुछ ही घंटों में पकाये भोजन में भी अपनी नस्ल पैदा कर सकते हैं। कच्चे और पके हुए खाद्य पदार्थ को हमेशा अलग रखा जाना चाहिए। चाकू, काटने वाली सतहों और बोर्डों को हमेशा कच्चे भोजन तैयार करने के बाद साबुन और पानी से साफ किया जाना चाहिए।